तुझे मुझसे इश्क है इस यकीन को तूने झूठा कर दिया।
इस दिल की तकलीफ में मैंने खुद को भी टूटा कर दिया।
मेरे इस हश्र का इंतकाम लेना था बड़ी मोहब्बत से
तेरी तस्वीर को लबों से लगाकर उसे भी झूठा कर दिया।
©Ravish kumar singh
हमें विश्वास है कि हमारे रचनाकार स्वरचित रचनाएं ही इस कॉलम के तहत प्रकाशित होने के लिए भेजते हैं। हमारे प्रिय रचनाकार व पाठक यह दावा भी करते है कि उनके द्वारा भेजी रचना स्वरचित है।
आपकी रचनात्मकता को काग़द देगा नया मुक़ाम, रचना भेजने के लिए यहां क्लिक करें