थोप गए जो शिक्षा का ढांचा,बदल न पाई सरकारें।
अंग्रजों की बनाई वो बरसों पुरानी गिर न पाई दीवारें।
पीढ़ी दर पीढ़ी सिर्फ बस ज्ञान किताबी ही बंट रहा।
बेरोजगारों की कोई दशा न समझे,लग रही कतारें।
कौशल और हुनर सिखाने का करना होगा हमें जतन।
ऐसी शिक्षा व्यवस्था अपनाए जो सुंदर भविष्य संवारे।
©आशीष कुमार भट्ट
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