ए जिंदगी तेरा तो कहना ही क्या,
तू भी किसी से कम नहीं,
बहुत कुछ दिया तुमने मुझे,
पर जो कुछ छीना वो भी तो कुछ कम नहीं,
माना कि जो ना मिलता कभी वो भी दिया मुझे,
पर जो हरगिज़ मिलना था वो भी तो मिला नहीं,
शुक्रिया भी बहुत करता हूं मैं तेरे ए जिंदगी,
पर शिकायते भी तो कोई कम नहीं,
आस अभी भी बहुत है तुमसे ए प्रिय जिंदगी मुझे,
अगर तू मेरा साथ उम्र भर दे तो फिर मुझे कोई गम नहीं।
ए जिंदगी तेरा तो कहना ही क्या,
तू भी तो किसी से कम नहीं।
© तिलोक सुथार
स्थान – श्री गंगानगर (राजस्थान)
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