तुझे कल बेहतर बनाने के लिए हम अपना वर्तमान भी ना जी पा रहे हैं,
इस उलझन भरी जिंदगी के लिए भी तुझे शुक्रिया जिंदगी!
©नाम : रावण
राज्य : उत्तराखंड
हमें विश्वास है कि हमारे रचनाकार स्वरचित रचनाएँ ही इस कॉलम के तहत प्रकाशित होने के लिए भेजते हैं। हमारे प्रिय रचनाकार व पाठक यह दावा भी करते है कि उनके द्वारा भेजी रचना स्वरचित है।
आपकी रचनात्मकता को काग़द देगा नया मुक़ाम, रचना भेजने के लिए यहाँ क्लिक करे।