एक ज़िन्दगी ने सब कुछ सिखा दिया,
दुनिया का मतलब माता-पिता बता दिया ।
अब जो मेरी मेहनत का फल होगा ,
वो भी माँ के सपनों का सच होगा,
जब नीव बने मेरे पिता भी खुश होंगे ,
तब मैं भी गौरवान्वित हो कर ये कहूंगा ;
कि ए ज़िदंगी सब मिल गया मझे ,
अब बचा है बस तेरा,
शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया ।।
©अनुकृति शर्मा
राज्य-उत्तर प्रदेश
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