लो आ गया माह फरवरी
लेकर अपने साथ मधुमास
फूल फूल पर अब अलि मँडराएगा
देख भ्रमर को प्रेमी व्याकुल हो जाएगा
कैसे मिलन होगा प्रिय से
यही सोच मन घबराएगा
जब मंद पवन का झोंखा
स्पर्श तन का कर जाएगा
पीड़ बढ़ेगी तन मन में
प्रेम के पावन बंधन में युगल बंध जाएगा
भरकर प्रीत की मधुर झंकार
प्रियतम करे प्रिय का दीदार
गुलाब के फूल से इजहार
वेलेंटाइन मनाए सारा संसार
आँखों में चमक होठो पर प्यार
तुम्ही चाहत तुम्ही से हो तकरार
बहुत बहुत मुबारक हो जानेमन
आज प्यार का ये त्योहार
©श्वेता दूहन देशवाल
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